Trading kya hota hai?
दोस्तों
“Trading kya
hota hai? ट्रेडिंग कैसे करते है?” इस लेख द्वारा
हम ट्रेडिंग के बारे में जानकारी लेंगे। जिससे आप ट्रेडिंग को अच्छे से समझ सके। आपने शेअर
मार्केट के बारे में सुना तो होगा ही। बहुत सारे लोग अपने पैसों को किसी जगह निवेश
करते है। जिससे उनका पैसा बढ़ सकते। शेअर मार्केट भी हमारे निवेश किए गए पैसों के
बदले अच्छा लाभ देने का काम करता है। वैसे एक अच्छा लाभ पाने के लिए हर कोई अपने
पैसों को निवेश करता है। यह कौन नहीं चाहेगा की, अपने पैसों को घर में रखने की बजाय अगर
उसी पैसों से और अधिक पैसा कमाया जाए। शेअर मार्केट भी एक जरिया है जिससे हम हमारी
सेविंग्स से और पैसा बना सके। इसीलिए कई सारे लोग शेअर मार्केट में निवेश करते है।
शेअर मार्केट से प्रचलित लोग ट्रेडिंग शब्द से वाकिफ तो होंगे ही लेकिन जो इससे
अभी तक अंजान है, उन सबके
लिए हर लेख बहोत फायदेमंद होगा। इसके द्वारा हम ट्रेडिंग क्या होता है? इसके बारे में सारी जानकारी
देखेंगे। जिससे हर कोई ट्रेडिंग के बारे में जान सके। तो, चलिये जानते है।
ट्रेडिंग क्या है? What is Trading in Hindi?
आसान
भाषा में कहा जाए तो ट्रेडिंग यानि सही समय पर खरीदना(buy) और सही समय बेचना(sell) जिससे की हम अपने निवेश पर
लाभ प्राप्त कर सके। जो व्यक्ति शेअर या किसी अन्य खातों में ट्रेडिंग करता है
उन्हे ट्रैडर कहा जाता है। ट्रैडर या तो एक व्यक्ति या फिर पूरा एक
इंस्टीट्यूट(संस्था) भी हो सकती है। ट्रेडर्स पैसे कमाने के लिए यह अपने एनालिसिस
और प्रिडीक्शन स्किलद्वारा मार्केट में सही समय पर पैसा लगाते है और निकालते है।
Types of trading in hindi- ट्रेडिंग के प्रकार
Intraday trading
Intraday ट्रेडिंग
जिसे day ट्रेडिंग भी कहा जाता है। क्योंकि
इस प्रकार की ट्रेडिंग में शेअर या स्टॉक को एक ही दिन खरीदा और बेचा जाता है। भारत
में सुबह 9.15 से लेकर दुपहर 3.30 तक इसे किया जाता है। इस प्रकार की ट्रेडिंग में
मार्केट के बढ़े मुव पर ध्यान दिया जाता है। जिससे कुछ मिनटों में अच्छा प्रॉफ़िट पाकर
बाहर निकला जाए।
Positional trading
इस प्रकार
की ट्रेडिंग में लंबे समय के लिए एक पोजीशन ली जाती है। पोजीशन के अनुसार स्टॉक को
खरीदा या बेचा जाता है। intraday ट्रेडिंग सिर्फ एक दिन में होती है और लंबे समय के लिए मार्केट
का अंदाजा लगाकर निवेश करने को ही positional trading कहते है। इसमें कई दिनों, हफ्तों, महीनों
या सालों तक भी ट्रैडर्स पोजीशन लेते है।
Swing trading
Intraday और positional trading के बीच में हम स्विंग ट्रेडिंग
को रख सकते है। मार्केट मूवमेंट देखते हुए कितने समय बाद मार्केट ऊपर या नीचे होगा
इसका अंदाजा लगाकर स्विंग ट्रेडिंग की जाती है। स्विंग ट्रेडिंग करते वक्त छोटे मूवमेंट
पर ध्यान दिया जाता है। ज्यादातर यह मार्केट ट्रेंडपर ही की जाती है।
Scalping trading
कम समय
में सबसे ज्यादा ट्रेड लेने को ही Scalping ट्रेडिंग कहा जाता है। यहाँ छोटे-छोटे प्रॉफ़िट निकाले जाते है
लेकिन ज्यादा ट्रेड लेने की वजह से अंत में अच्छा प्रॉफ़िट निकाला जाता है। कुछ सेकंद
या मिनिट में ही scalping ट्रेडिंग
से पैसा बनाया जाता है।
How to Start Trading in Hindi? ट्रेडिंग कैसे शुरू करें?
ट्रेडिंग
करना आसान नहीं होता। इसके लिए कुछ चीजें समझनी होती है। आप ट्रेडिंग किस तरह शुरू
कर सकते है। इसके बारे में हमने जानकारी दी है, उसे ध्यानपूर्वक पढे।
Trading के
बारे में जाने:
कोई
भी काम को अच्छे से करने के लिए उसका अभ्यास करना जरूरी है। ट्रेडिंग शुरू करने से
पहले उसके बारे में जानकारी प्राप्त मददगार साबित होता है। कई लोग अक्सर ट्रेडिंग
या स्टॉक मार्केट को समझे बिनाही उसमें निवेश करना शुरू कर देते है। जिसके कारण, बहोत जल्द उनके निवेश किए गए
पैसे साफ हो जाते है। और फिर वे ट्रेडिंग या मार्केट से दूर चले जाते है। इसीलिए
अगर आप ट्रेडिंग करना चाहते हो तो सबसे पहले ट्रेडिंग से संबंधीत जानकारी ले लें। आप
यूट्यूब से या फिर कोई ऑनलाइन कोर्स खरीदकर ट्रेडिंग सीख सकते है। कुछ किताबें भी
ट्रेडिंग को समझने में बहोत मदद कर सकती है।
Trading
ब्रोकर चुने:
ट्रेडिंग
करने के लिए हमें ब्रोकर की जरूरत होती है। जिसे हम “दलाल” नाम से पहचानते है।
ब्रोकर या दलाल किसी स्टॉक को खरीदकर या बेचकर देने का काम करते है। जो ट्रैडर और
कंपनियों के बीच सौदा तय करता है।
कई
सारे ऑनलाइन ब्रोकर होते है,
जिनकी मदद से हम ट्रेडिंग कर सकते है। ट्रेडिंग के लिए डिमेट अकाउंट की जरूरत होती
है जिसे AngelOne, UpStock, Zerodha यह कुछ इंडियन ऑनलाइन ब्रोकर
कंपनियों पर जाकर आप बना सकते है। डिमेट अकाउंट बनाने के लिए हमें दिए गए नामांकित
ब्रोकर पर जाकर कुछ फॉर्म्स भरकर और कुछ जरूरी डॉक्युमेंट्स अपलोड करने की
आवश्यकता होती है। जो केवल 15 से 20 मिनिट में हो जाता है, उसके बाद आप ट्रेडिंग कर
सकते है।
Stock के बारे
में जाने।
कभी भी
कोई भी स्टॉक उठाने से हमें प्रॉफ़िट नहीं होगा। स्टॉक के बारे में जानना हमारे लिए
सबसे महत्वपूर्ण काम होता है। technical और fundamental analysis जैसे टर्म हमे समझना जरूरी होते है। कंपनी का इतिहास, उनका भविष्य, उनके एसेट, उनकी वैल्यूएशन, आदि जानकारीयों के बारे में हमे
जानना होता है।
Strategy बनाए:
ट्रेडिंग
करते वक्त स्टॉक को सोच समझकर खरीदा या बेचा जाए तो अच्छा प्रॉफ़िट हम मार्केट से ले
सकते है। इसके लिए सही स्ट्रेटजी और प्लान हमें बनाने होते है। आज कितना लॉस लेना है? कितना प्रॉफ़िट काफी है? यह सब हमें महीनों या सालों के
बाद एक एसेट बनने में मदद करता है। इसीलिए रिस्क मैनेजमेंट, मनी मैनेजमेंट, बैकअप फ़ंड, साइकॉलजी ऐसी कई सारी चीजों हमें
सिखनी होती है।
तो दोस्तों, इस प्रकार हमने ट्रेडिंग
क्या होता है? इसके बारे में सारी जानकारी ली है। ट्रेडिंग से हम एक अच्छा
लाभ पा सकते है। लेकिन यह इतना आसान नहीं होता, और यह जोखिम भरा होता है। अगर कोई भी इसमें निवेश करना चाहे
तो सबसे पहले इसे समझ लेना अच्छा होगा।
अगर यह
लेख आपको पसंद आया हो तो इसे जरूर शेअर करें। ताकि ट्रेडिंग के बारे में हर कोई जान सकते। ऐसी ही जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग को
निरंतर वीसीट करते रहे। धन्यवाद!