Sanskrit mein Ginti (संस्कृत में गिनती)- Sanskrit Counting 1 to 100
दोस्तों, इस लेखद्वारा हम 1 से 100 तक संस्कृत में गिनती यानि Sanskrit Counting 1 to 100 किस तरह की जाती है? यह देखेंगे। इससे हमें संस्कृत अंकों को किस तरह पढ़ा जाता है? यह सीखने में बहोत मदद होगी। हमारी भारतीय संस्कृति में और लिखे गए पुराने पुरानों से हमें संस्कृत भाषा के महत्व के बारे में पता चलता है। यह सबसे प्राचीन भाषा होने के कारण कई मंत्र, श्लोक, गुप्त लेख, पंक्तियाँ, धार्मिक या पुराणिक कथाएँ संस्कृत में ही लिखी जा चुकी आहे। जिसके कारण संस्कृत भाषा को पढ्ना, सीखना और समझना आवश्यक है। भाषा को सीखने के साथ-साथ बोले जाने वाले अंकों के बारें में सीखना भी आवश्यक है।
इस लेख में संस्कृत अंकों को हिन्दी में किस तरह पढ़ा जाता
है? इसके बारें में जानकारी दी है। आप किसी भी संस्कृत अंको को पढ़ना या बोलना
सीखना चाहते हो तो यह लेख पूरा पढे।
Sanskrit Ginti- Sanskrit Numbers 1 to 100
Number | Hindi Number Names | Sanskrit Ginti in hindi | Sanskrit Numbers in English |
---|---|---|---|
1 | एक | एकः/एकम | Ek/Ekam |
2 | दो | द्वितीयः | DVETIY |
3 | तीन | त्रयः | TRINI |
4 | चार | चत्वारः | CHATWAARI |
5 | पाँच | पञ्च | PANCHA |
6 | छह | षट् | SHAT |
7 | सात | सप्त | SAAPT |
8 | आठ | अष्ट | ASHTA |
9 | नौ | नव | NAAV |
10 | दस | दश | DAASH |
11 | ग्यारह | एकादश | EKAADASH |
12 | बारह | द्वादश | DVADAASH |
13 | तेरह | त्रयोदश | TRAYODAASH |
14 | चौदह | चतुर्दश | CHATURDAASH |
15 | पंद्रह | पञ्चदश | PANCHDAASHA |
16 | सोलह | षोडश | SHODASH |
17 | सत्रह | सप्तदश | SAPTADASHA |
18 | अठारह | अष्टादश | ASHTADAASHA |
19 | उन्नीस | नवदश | NAVADASHA |
20 | बीस | विंशति: | VIMSHATIHI |
21 | इक्कीस | एकविंशति: | EKAMVISHATIHI |
22 | बाईस | द्वाविंशति: | DVAVIMSHATIHI |
23 | तेईस | त्रयोविंशति: | TRAYOVIMSHATIHI |
24 | चौबीस | चतुर्विंशतिः | CHATURVIMSHATIHI |
25 | पच्चीस | पञ्चविंशति: | PANCHVIMSHATHI |
26 | छब्बीस | षड् विंशति: | SHADVIMSHATIHI |
27 | सत्ताईस | सप्तविंशति: | SAPTVIMSHATIHI |
28 | अट्ठाईस | अष्टाविंशति: | ASHTVIMSHATIHI |
29 | उनतीस | नवविंशति: | NAVVIMSHATIHI |
30 | तीस | त्रिंशत् | TRIMSHAT |
31 | इकतीस | एकत्रिंशत् | EKTRIMSHAT |
32 | बत्तीस | द्वात्रिंशत् | DVATRIMSHAT |
33 | तैंतीस | त्रयस्त्रिंशत् | TRAYATRIMSHAT |
34 | चौंतीस | चतुस्त्रिंशत् | CHATURTRIMSHAT |
35 | पैंतीस | पञ्चत्रिंशत् | PADMATRIMSHAT |
36 | छत्तीस | षट् त्रिंशत् | SAPTTRIMSHAT |
37 | सैंतीस | सप्तत्रिंशत् | ASHTATRIMSHAT |
38 | अड़तीस | अष्टत्रिंशत् | NAVATRIMSHAT |
39 | उनतालीस | नवत्रिंशत् | CHATVAARIMSHAT |
40 | चालीस | चत्वारिंशत् | EKACHATVAARIMSHAT |
41 | इकतालीस | एकचत्वारिंशत् | DVAACHATVAARIMSHAT |
42 | बयालीस | द्विचत्वारिंशत् | TRAYASTRIMSHAT |
43 | तैंतालीस | त्रिचत्वारिंशत् | CHATUHCHATVAARIMSHAT |
44 | चवालीस | चतुश्चत्वारिंशत् | PANCHACHATVAARIMSHAT |
45 | पैंतालीस | पञ्चचत्वारिंशत् | SHATCHATVAARIMSHAT |
46 | छियालीस | षट्चत्वारिंशत् | SAPTACHATVAARIMSHAT |
47 | सैंतालीस | सप्तचत्वारिंशत् | ASHTACHATVAARIMSHAT |
48 | अड़तालीस | अष्टचत्वारिंशत् | NAAVACHATVAARIMSHAT |
49 | उनचास | नवचत्वारिंशत् | PAANCHAASHAT |
50 | पचास | पञ्चाशत् | EKPANCHAASHAT |
51 | इक्यावन | एकपञ्चाशत् | DVIPANCHAASHAT |
52 | बावन | द्विपञ्चाशत् | TRIPANCHAASHAT |
53 | तिरपन | त्रिपञ्चाशत् | CHATUHUPANCHAASHAT |
54 | चौवन | चतुःपञ्चाशत् | PANCHAPANCHAASHAT |
55 | पचपन | पञ्चपञ्चाशत् | SHATPANCHAASHAT |
56 | छप्पन | षट्पञ्चाशत् | SAPTAPANCHAASHAT |
57 | सत्तावन | सप्तपञ्चाशत् | ASHTAPANCHAASHAT |
58 | अट्ठावन | अष्टपञ्चाशत् | NAAVAPANCHAASHAT |
59 | उनसठ | नवपञ्चाशत् | SHATTIHI |
60 | साठ | षष्टिः | EKAASHTIHI |
61 | इकसठ | एकषष्टिः | DVYSHTIHI |
62 | बासठ | द्विषष्टिः | TRYSHTIHI |
63 | त्रेसठ | त्रिषष्टिः | CHATURAASHTIHI |
64 | चौंसठ | चतुःषष्टिः | PANCHAASHTIHI |
65 | पैंसठ | पञ्चषष्टिः | SHADASHTIHI |
66 | छियासठ | षट्षष्टिः | SAPTASHTIHI |
67 | सड़सठ | सप्तषष्टिः | ASHTASHTIHI |
68 | अड़सठ | अष्टषष्टिः | NAVAASHTIHI |
69 | उनहत्तर | नवषष्टिः | SAPTATIHI |
70 | सत्तर | सप्ततिः | EKASAPTATIHI |
71 | इकहत्तर | एकसप्ततिः | DVISAPTATIHI |
72 | बहत्तर | द्विसप्ततिः | TRISAPTATIHI |
73 | तिहत्तर | त्रिसप्ततिः | CHATUHUSAPTATIHI |
74 | चौहत्तर | चतुःसप्ततिः | PANCHASAPTATIHI |
75 | पचहत्तर | पञ्चसप्ततिः | SHATSAPTATIHI |
76 | छिहत्तर | षट्सप्ततिः | SAPTASAPTATIHI |
77 | सतहत्तर | सप्तसप्ततिः | ASHTASAPTATIHI |
78 | अठहत्तर | अष्टसप्ततिः | NAVASAPTATIHI |
79 | उनासी | नवसप्ततिः | ASHEETIHI |
80 | अस्सी | अशीतिः | ASHEETIHI |
81 | इक्यासी | एकाशीतिः | EKAASHEETIHI |
82 | बयासी | द्वयशीतिः | DVYSHEETIHI |
83 | तिरासी | त्र्यशीतिः | TRYASHEETIHI |
84 | चौरासी | चतुरशीतिः | CHATURASHEETIHI |
85 | पचासी | पञ्चाशीतिः | Panchaashitihi |
86 | छियासी | षडशीतिः | Shadashitihi |
87 | सतासी | सप्ताशीतिः | Saptaashitihi |
88 | अट्ठासी | अष्टाशीतिः | Ashtaashitihi |
89 | नवासी | नवाशीतिः | Ekonanavatihi |
90 | नब्बे | नवतिः | Navatihi |
91 | इक्यानबे | एकनवतिः | EKAANAVATIHI |
92 | बानबे | द्विनवतिः | DVAANAVATIHI |
93 | तिरानवे | त्रिनवतिः | TRAYONAVATIHI |
94 | चौरानबे | चतुर्नवतिः | CHATURNAVATIHI |
95 | पंचानबे | पञ्चनवतिः | PANCHAAANAVATIHI |
96 | छियानबे | षण्णवतिः | SHADNAVATIHI |
97 | सत्तानवे | सप्तनवतिः | SAPTANAVATIHI |
98 | अट्ठानबे | अष्टनवतिः | ASHTAANAVATIHI |
99 | निन्यानवे | नवनवतिः | EKONASHATAM |
100 | एक सौ | शतम् | SHATAM |
Sanskrit Ginti Chart- Sanskrit Numbers 1 to 100 Chart
1 से
100
तक गिनती
संस्कृत
में PDF-
Sanskrit mein 1 se 100 tak Ginti PDF Download
संस्कृत
गिनती करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। खासकर हिन्दी मीडियम के छात्राओं के लिए संस्कृत
में उच्चारण सीखने के लिए वक्त लग सकता है।
आप हमारे इस लेख को निरंतर विसिट करते हुए इसे सीख सकते हैं। अगर आपको 1 से 100 तक संस्कृत में गिनती pdf में चाहिए तो आप नीचे दिए
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तो, दोस्तों इस तरह हमने संस्कृत में गिनती के बारे में पढा है। हमें
उम्मीद है की, इस लेख से आपको संस्कृत गिनती को सीखने
में काफी मदद मिली होगी। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो,
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